वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-कैंट रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन रोजाना सुबह छह बजे रवाना होती है, जो सुबह दस बजकर दस मिनट पर लखनऊ पहुंचा देती है। ऐसे में यात्री बड़ी संख्या में इस ट्रेन से सफर करते हैं। एक दिन पहले भी सुल्तानपुर में हुई मालगाड़ी ट्रेन हादसे के कारण यह ट्रेन रवाना होने के दस मिनट पहले अचानक रदद् की गई थी।
कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या नौ से लखनऊ जाने वाली शटल एक्सप्रेस ट्रेन लगातार दुसरे दिन भी रद्द कर दी गई। इसकी सूचना ट्रेन के रवाना होने के समय से बीस मिनट पहले मिली तो यात्री आक्रोशित हो गए। हालांकि रेलवे के कर्मचारियों पर पर इसे लेकर नाराजगी जाहिर की।
कैंट रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन रोजाना सुबह छह बजे रवाना होती है, जो सुबह दस बजकर दस मिनट पर लखनऊ पहुंचा देती है। ऐसे में यात्री बड़ी संख्या में इस ट्रेन से सफर करते हैं। एक दिन पहले भी सुल्तानपुर में हुई मालगाड़ी ट्रेन हादसे के कारण यह ट्रेन रवाना होने के दस मिनट पहले अचानक रदद् की गई थी। जिसके चलते वाराणसी से सफर करने के लिए टिकट लेने वाले 540 यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
इसके चलते कुछ आक्रोशित यात्रियों ने हंगामा भी किया था। जिन्हें समझाबुझाकर शांत कराया गया था। कमोवेश यही स्थिति दूसरे दिन शुक्रवार को भी हुई। यात्रियों ने टिकट ले लिया और रेलवे की सूचना के आधार पर प्लेटफार्म नंबर नौ पर पहुँच गए। जबकि इस प्लेटफार्म पर गाड़ी संख्या 19670 उदरपुर सिटी हमसफर एक्सप्रेस खड़ी थी। जिसके कारण यात्री यह सोच रहे थे कि ट्रेन इसके बाद लगेगी।
वहीं, बहुत से यात्री शटल एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर पांच पर से जाने का अनुमान लगाते हुए परेशान रहे। लेकिन 5:40 बजे अचानक पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम से ट्रेन कैंसिल होने की सूचना प्रसारित कर दी गई। मौके पर मौजूद रेल सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस के जवानों ने भी यात्रियों को सुलतानपुर की घटना का हवाला देकर निरस्तीकरण की जानकारी दी। इससे नाराज यात्रियों ने आक्रोशित हो गए, लेकिन रेलकर्मियों के समझाने पर मान गए। इस दौरान टिकट कैंसिल कराने के लिए बुकिंग काउंटर पर कतार लग गई। वहीं, इस रूट पर जाने वाले यात्रियों के लिए रोडवेज की बसें या उदयपुर की ओर जा रही ट्रेनें सहारा बनीं। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रोडवेज ने एक बस लखनऊ और एक जौनपुर के लिए भी चलाईं।